एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने ’रोबोटिक गायनॉकोलोजिक सर्जरी’ पुस्तक का विमोचन किया।
कमल अग्रवाल (हरिद्वार) उत्तराखंड
पुस्तक में हैं मेडिकल के विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक जानकारियां
महिलाओं की बच्चेदानी से संबंधित विभिन्न समस्याओं और रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से उनकी समस्याओं के निदान की तकनीक को प्रदर्शित करती पुस्तक का एम्स ऋषिकेश में विमोचन किया गया। इस दौरान एम्स निदेशक ने कहा कि स्त्री रोगों से संबंधित रोबोटिक तकनीक आधारित यह पुस्तक मेडिकल विद्यार्थियों के लिए विशेष लाभदायक सिद्ध होगी।
संस्थान में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने ’रोबोटिक गायनॉकोलोजिक सर्जरी’ पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक को एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत जी, गायनी विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनुपमा बहादुर और एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजलक्ष्मी मुन्द्रा ने संयुक्तरूप से लिखा है। इस पुस्तक में महिलाओं की बच्चेदानी से संबंधित विभिन्न समस्याओं और उनके निदान के बारे में रोबोटिक तकनीक द्वारा विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। विमोचन के अवसर पर निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने इस पुस्तक को मेडिकल के छात्र-छात्राओं के लिए लाभकारी बताया। उन्होंने बताया कि गायनी रोबोटिक सर्जरी विषय पर लिखी गई यह मेडिकल पुस्तक अपने आप में देश का पहला प्रकाशन है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में बच्चेदानी की समस्याओं का तकनीक आधारित निदान और रोबोटिक सर्जरी से उपचार की सभी जानकारियों का विस्तृत विवरण प्रकाशित किया गया है। पुस्तक में ’क्यूआर कोडेट’ वीडियो भी उपलब्ध है। उनका कहना है कि इस पुस्तक के माध्यम से मेडिकल स्टूडेंट्स को गायनी सर्जरी प्रक्रिया को बारीकी से समझने और सीखने का अवसर प्राप्त होगा।
गायनी विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनुपमा बहादुर जी ने बताया कि पुस्तक में महिलाओं से संबंधित विभिन्न बीमारियों और उनके निदान से संबंधित लाभदायक पाठ्य सामग्री और चित्रण भी मुद्रित हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल के पीजी स्टूडेंट्स के लिए इस पुस्तक में गायनी से संबंधित रोबोटिक सर्जरी की उच्च तकनीक आधारित जानकारियों को सजीव चित्रों और वीडियो के साथ प्रस्तुत किया गया है। डॉ. राजलक्ष्मी ने बताया कि इस माह के अंतिम सप्ताह तक यह पुस्तक मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी।
कार्यक्रम में आईबीसीसी की चेयरपर्सन और वरिष्ठ सर्जन प्रोफेसर बीना रवि जी, संस्थान के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता जी आदि मौजूद थे।