पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य में सफाई कर्मचारियों और प्रशिक्षकोें ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारम्भ
कमल अग्रवाल (हरिद्वार )उत्तराखंड
*परमार्थ निकेतन, वर्ल्ड टाॅयलेट काॅलेज, ऋषिकेश में सफाई कर्मचारियों का प्रशिक्षण*
*इस वर्ष 1000 सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य*
*ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस, जागरण पहल और रेकिट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित*
पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य में सफाई कर्मचारियों और प्रशिक्षकोें ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारम्भ
*मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी-पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज*
*ऋषिकेश, 19 अक्टूबर।* परमार्थ निकेतन, वर्ल्ड टाॅयलेट काॅलेज, ऋषिकेश में ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस (जीवा), जागरण पहल और रेकिट के संयुक्त तत्वाधान में शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) के सभी सफाई कर्मचारियों को स्वच्छता का 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। प्रथम चरण में यह प्रशिक्षण ऋषिकेश और हरिद्वार के सफाई कर्मचारियों दिया जायेगा, तत्पश्चात पूरे उत्तराखंड में इस कार्यक्रम का विस्तार किया जायेगा।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि जब से पीना, खाना और फेंकना की संस्कृति विकसित हुई तब से पर्यावरण अधिक प्रदूषित होने लगा और कचरे में भी अत्यधिक वृद्धि हो रही हैं जबकि होना तो यह चाहिये कि ‘‘मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी’’। एकल उपयोग प्लास्टिक की समस्या के समाधान के लिये चार आई प्रोग्राम इनफार्मेशन, इंस्पिरेशन, इनोवेशन, इम्प्लीमेंटेशन, तकनीक को लागू करना होगा। जीवा, परमार्थ निकेतन का उद्देश्य ही यह है कि हम इबादत एक साथ करें या न करें परन्तु अपनी धरती की हिफाजत एक साथ मिलकर कर सकते हैं और यह काम बहुत संजीदगी से, संवेदनशीलता से सफल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गावों और शहरों की सड़कों पर पड़े कचरे की जिम्मेदारी केवल हमारे स्वच्छता कर्मी भाई-बहनों की ही नहीं है बल्कि हम 132 करोड़ से अधिक भारत वासियों की भी है। जब हाथ से हाथ जुड़ जायें तो कुछ भी असम्भव नहीं है।
श्री रवि भटनागर जी, निदेशक, विदेश संबंध और भागीदारी, आरबी हैल्थ ने कहा कि आर बी की प्राथमिक प्रेरणा देश के स्वच्छता विकास ढांचे को सुदृढ़ बनाना तथा विश्व स्तर पर मूल्यवान मानवाधिकारों के साथ-साथ सर्वोत्तम सिद्धांतों और मानकों के अनुरूप लचीला, स्वस्थ और समावेशी समाज निर्मित करना है। भारत सरकार की पहल ‘स्वच्छ भारत मिशन’ का समर्थन करने के लिए, रेकिट ने 2015 में पांच साल का अभियान ‘डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया’ (डीबीएसआई) शुरू किया, जिसका लक्ष्य 2020 तक 100 मिलियन लोगों तक पहुंचना और स्वच्छता की स्थिति में सुधार करना था जिसके अद्भुत परिणाम प्राप्त हुये हैं। डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया (डीबीएसआई) जागरण पहल सहित कई भागीदारों के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर देश में स्वच्छता और स्वच्छता की बढ़ती आवश्यकता को संबोधित करने में प्रमुख कार्यक्रम के रूप में ‘स्वच्छ भारत मिशन’ में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
जागरण पहल के डायरेक्टर साहिल तलवार ने बताया कि वर्ल्ड टॉयलेट कॉलेज का मुख्य उद्देश्य समाज मे चली आ रही अमानवीय प्रथा को समाप्त कर स्वच्छता कर्मियों के जीवन को गरिमापूर्ण बनाना है। इस वर्ष 1000 स्वच्छता कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा साथ ही साथ उन्हें नौकरी के अवसर भी प्रदान किये जायेंगे।
विश्व शौचालय कॉलेज की शुरुआत स्वच्छता कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। वर्ष 2018 – 2021 में महाराष्ट्र में 7700 सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है। विश्व शौचालय कॉलेज (डब्ल्यूटीसी) स्वच्छता कार्यकर्ताओं के कौशल को बढ़ाने, उनकी आजीविका और सुरक्षा में सुधार करने के लिये किया गया है। वर्ष 2021 में 5 राज्यों (आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पंजाब और उत्तराखंड) में इस मिशन का विस्तार किया गया है।
सुश्री नन्दिनी त्रिपाठी जी, निदेशक, परियोजना, कार्यान्वयन एवं संचार, ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलांयस ने बताया कि जीवा दुनिया की पहली ऐसी पहल है जो विभिन्न धर्मों के धर्मगुरूओं को एक मंच प्रदान करता है, जिसके माध्यम से इस ग्रह पर रहने वाले सभी लोगों को स्वच्छ, सुरक्षित पेयजल, बेहतर और उचित स्वच्छता प्राप्त हो सके। जीवा वर्ष 2013 से इस क्षेत्र में विलक्षण कार्य कर रहा है।
जागरण पहल उत्तराखंड राज्य के समन्वयक प्रविण कुमार जी ने बताया कि सफाई कर्मचारियों को सॉफ्ट स्किल, उपकरण और सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का निःशुल्क आयोजन परमार्थ निकेतन वल्र्ड टायॅलेट कालेज किया गया है। प्रशिक्षण के बाद हम उन्हें आतिथ्य सुविधा प्रबंधन क्षेत्र में नौकरी देने में सहायता करते हैं।
5 दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य में सभी स्वच्छता कर्मियों ने विश्व ग्लोब का अभिषेक किया साथ ही उन्हें जल संरक्षण का संकल्प कराया। प्रशिक्षण के बाद स्वच्छता कर्मियों को गिफ्ट बैंग वितरित किये गये।