सीरियस पेशेंट्स के लिए संजीवनी साबित हो रही एम्स की हेली एंबुलेंस सेवा
कमल अग्रवाल (हरिद्वार )उत्तराखंड
एम्स ऋषिकेश * अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश की ओर से संचालित आपातकालीन हेली एंबुलेंस सेवा दुर्घटना के घायलों व गंभीररूप से अस्वस्थ मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। राज्य सरकार के सहयोग से एम्स द्वारा संचालित निशुल्क हेली एंबुलेंस सेवा नियमिततौर पर क्रिटिकल श्रेणी के मरीजों को सुदूर इलाकों से तत्काल बेहतर इलाज के लिए एम्स,ऋषिकेश पहुंचा रही है। बृहस्पतिवार देरशाम हेली एंबुलेंस के जरिए सुदूरवर्ती टिहरी व रुप्रयाग जनपदों से दो गंभीर घायलों को रेस्क्यू कर एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। इनमें से एक मरीज को आवश्यक परीक्षण एवं उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि दूसरे पेशेंट का उपचार जारी है।
बृहस्पतिवार शाम टिहरी जिले में आयोजित एक्रो फेस्टिवल में प्रतिभाग के दौरान प्रतापनगर क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग पायलट हार्दिक कुमार घायल हो गए थे, जिन्हें तत्काल वरिष्ठ नर्सिंग ऑफिसर अखिलेश उनियाल व ताराचंद वर्मा के आब्जर्वेशन में हेली एंबुलेंस के माध्यम से एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया, जहां सिटी स्केन व अन्य जरुरी जांच के उपरांत विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा घायल का उपचार किया गया, पेशेंट को शुक्रवार सुबह अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
एक अन्य पहाड़ी से गहरी खाई में गिरने से गंभीररूप से घायल रुद्रप्रयाग की युवती प्रीति को नर्सिंग ऑफिसर शशिकांत की देखरेख में हेली एंबुलेंस के जरिए एम्स लाया गया, जहां ट्रॉमा सेंटर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में घायल का उपचार जारी है।
एम्स द्वारा संचालित हेली एंबुलेंस के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि निशुल्क हेली एंबुलेंस के लिए ट्रॉमा व अन्य अत्यधिक गंभीर श्रेणी के मरीजों को तत्काल उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन- मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सहयोग लिया जा सकता है।
प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स : एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित व उत्तराखंड सरकार की ओर से जनसुविधा व आपात स्थिति में आमजन की जीवन रक्षा के लिए यह आपातकालीन सेवा 24 घंटे तत्पर रहेगी। खासकर ट्रॉमा व अन्य गंभीर केटेग्री के मरीजों व प्रसूताओं के लिए यह सेवा संजीवनी साबित हो रही है। सबको विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर एम्स संस्थान हमेशा उत्तराखंड सरकार को हरसंभव सहयोग करेगा।