दरगाह परिसर में देर रात तक जश्ने बाबा फरीद में झूमे अकीकत मंद,अजमते रसूल चिश्ती साबरी ट्रस्ट द्वारा किया गया आयोजन
कमल अग्रवाल (हरिद्वार) उत्तराखंड
रुड़की।हजरत साबिर पाक के उर्स की 15-वीं रबीउल अव्वल को अजमते रसूल चिश्ती साबरी ट्रस्ट की ओर से “जश्ने बाबा फरीद” का आयोजन दरगाह परिसर में सूफी राशिद साबरी के संयोजन में किया गया,जिसमें अतिथियों के रूप में दरगाह के सज्जादा नशीन शाह अली एजाज कुद्दुसी साबरी के परिवार के शाह यावर साबरी,शाह सुहैल साबरी,उर्स प्रोग्राम कमेटी के अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी,गंगोह दरगाह कुतुबे आलम के नायब सज्जादा शाह मख्दूम कुद्दुसी,पंजाब के सूफी साईं बाबा मिस्सी शाह साबरी,साईं सुखदेव शाह साबरी,अमृतसर के साईं रिंकू शाह साबरी,बाबा मगरनाथ साबरी,पीरजी छम्मन साबरी,शादाब कुरैशी साबरी आदि ने शिरकत की।
शाह यावर ने कहा कि बाबा फरीद का पूरा जीवन हर धर्म के लोगों के लिए मानव कल्याण,सौहार्द,प्रेम,छुआछूत,अज्ञानता व पाखंडों के खिलाफ तथा बेसहारा लोगों की मदद में गुजारा,जिससे हमको सबक लेने की जरूरत है।रियाज कुरैशी के संचालन में हुए
इस कार्यक्रम में पंजाब के मुरीदों द्वारा सूफी राशिद को सोने का मुकुट व सम्मान चित्र भेंट कर अभिनंदन किया गया।इस अवसर पर सूफियों,कलाकारों व पत्रकारों को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में देशभर से आये कव्वालों ने कव्वालियां पेश की।
इस मौके पर समाजसेवी आदिल फरीदी,अब्दुल समद साबरी,सुभाष सक्सेना,इमरान देशभक्त,योगराज पाल,दीपक अरोड़ा व सैयद नफीसुल हसन आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।