कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने नारी निकेतन पहुंच बच्चों संग देखा श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण,कहा जहां बेसहारों को मिलता है सहारा वहां आकर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखकर मन को हुई प्रसन्नता
कमल अग्रवाल (हरिद्वार) उत्तराखंड
देहरादून ÷ भगवान श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के सुअवसर पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या नारी निकेतन पहुंची।यहां विभागीय मंत्री ने सर्वप्रथम सम्प्रेक्षण गृह में भी श्रीराम की मूर्ति की प्रतिष्ठा की।इसके उपरांत उन्होंने राजकीय सम्प्रेक्षण गृह के किशोर/किशोरियों के साथ अयोध्या में चल रहे श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा का सजीव प्रसारण देखा।इस दौरान गृह के किशोर/किशोरियों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज यह बेहद सौभाग्य का दिन है कि जिस दिन अयोध्या में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है उसी दिन उन्हें भी सम्प्रेषण गृह में राम मूर्ति की प्रतिष्ठा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।कहा कि आज हम सब सनातनियों के लिए यह गौरव और ऐतिहासिक दिन है कि 500 वर्षो के उपरांत श्रीराम अपने महल में पधारे हैं।कहा कि हमसबको श्रीराम के आदर्शो पर चलने की जरूरत है।उनके बताए और दिखाए मार्ग पर चलने की जरूरत है।कहा कि प्रभु राम सबके कष्ट दूर करेंगे।
साथ ही कहा कि सम्प्रेक्षण गृह वह जगह है जहां बेसहारों को सहारा मिलता है, ऐसे में इन बच्चो के मध्य आकर उनके मन को बेहद प्रसन्नता हुई है कि उनके द्वारा इन सभी किशोर व किशोरियों के चेहरे पर खुशी लाने का कार्य किया गया है।आज सरकार भी हमारे सम्प्रेक्षण गृह में निवासरत बच्चो के लिए लगातार कार्य कर रही है।
इस अवसर पर सचिव श्री हरिचंद सेमवाल जी,निदेशक श्री प्रशांत आर्य जी,सीपीओ श्री मोहित चौधरी जी,नोडल अधिकारी श्रीमती अंजना जी, सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और संप्रेषण गृह के किशोर/किशोरियां उपस्थित रहे।
वहीं आज कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने अपने शासकीय आवास पर बाल देखरेख संस्थाओं के बच्चों के साथ दिए जलाए और पूजा अर्चना की।उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने सभी देशवासियों से यह आह्वाहन किया था कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन सभी लोग अपने -अपने घरों और प्रतिष्ठानों में दिए जलाएं और दीपावली मनाए।ऐसे में उन्होंने भी अपने आवास पर दीप प्रज्वलित किया है।साथ ही इस दौरान उन्होंने बच्चो के साथ नृत्य भी किया ।कहा कि यह दिन ऐतिहासिक है और हम सब देशवासियों के लिए सौभाग्य का दिन भी है कि प्रभु राम अपने महल में पधारे हैं।कहा कि इस दिन के लिए हम सब ने ना जाने कितने वर्षों का इंतजार किया और कितनो ने शहादत दी।*