वन स्टॉप सेंटर करता है महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने का काम ÷रेखा आर्या
कमल अग्रवाल (हरिद्वार) उत्तराखंड
हरिद्वार÷ वन स्टॉप सेंटर महिलाओ को सुरक्षा प्रदान करने का काम करता है।यहां पर ऐसी महिलाएं जो कि समाज से किसी भी तरह से पीड़ित हैं यह उन्हें आश्रय देने का काम करता है।सरकार भी महिलाओं के हितों को सुरक्षित रखने के लिए लगातार अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से काम कर रही है।उक्त बातें आज महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने हरिद्वार जनपद स्थित बहादराबाद क्षेत्र पहुंचने पर की जहां उन्होंने विधिवत पूजा अर्चना के साथ वन स्टॉप सेंटर का लोकार्पण किया।
इस दौरान उन्होंने महिलाओं को महालक्ष्मी किट भी वितरित किये।कहा कि आज इस सेंटर के बनने से ऐसी महिलाएं जिन्हें कहीं आश्रय नही मिलता है उन्हें एक सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान होगा।साथ ही कहा कि महालक्ष्मी किट के दायरे को बढ़ाते हुए इसे अब प्रथम दो प्रसव पर बेटा या बेटी के जन्म पर कर दिया गया है।उन्होंने कहा कि समाज मे ऐसी महिलाएं जिन्हें समाज त्याग देता है या जो किन्ही कारणवश बाहर रहती हैं उन्हें यह वन स्टॉप सेंटर रहने को देता है।
कहा कि इस सेंटर में घरेलू हिंसा, लैंगिक हिंसा, बलात्कार, दहेज उत्पीड़न, तेजाब, डायन/टोनही के नाम पर प्रताड़ित, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न, अवैध मानव व्यापार, बाल विवाह, लिंग चयन, भ्रूण हत्या तथा सती प्रथा आदि से पीड़ित सभी वर्ग की महिलाओं को सलाह, सहायता, मार्गदर्शन और संरक्षण दिया जाएगा।
इस केन्द्र में घर के भीतर और बाहर अथवा किसी भी रूप में पीड़ित व संकटग्रस्त महिलाओं को एक ही छत के नीचे एकीकृत रूप से विभिन्न प्रकार की सुविधा एवं सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। किसी भी रूप में पीड़ित महिलाओं और बालिकाओं को जरूरत के अनुसार सभी प्रकार की आपात कालीन सुविधा तत्काल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
अन्य श्रेणी की जरूरतमंद महिलाओं को चिकित्सा, विधिक सहायता, मनोवैज्ञानिक सलाह, मनोचिकित्सा परामर्श की सुविधा मिलेगी। आश्रय की जरूरत वाली संकट ग्रस्त महिलाओं को इस सेंटर के माध्यम से अल्पकालीन आवास गृह, नारी निकेतन तथा बालिका गृह में रखने के लिए जरूरी कार्य भी किए जाएंगे।
इस अवसर पर निदेशक प्रशांत आर्या नोडल अधिकारी आरती बलोदी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल सीडीपीओ धर्मवीर सिंह वर्षा सिंह सोनू कुमार सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी और मातृशक्ति उपस्थित रही।