• November 22, 2024

श्रीमान एक्सप्रेस

सत्य की अमिट आवाज

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती और डिवाइन शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्ष डा साध्वी भगवती सरस्वती ने अमेरिका से आॅनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से जुड़कर दिया संदेश

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कमल अग्रवाल हरिद्वार उत्तराखंड (24 ×7)

ऋषिकेश, (19 जुलाई 2023) ÷ परमार्थ निकेतन के आचार्यो और ऋषिकुमारों ने आईएमए इंडिया की आठवीं वार्षिक सीईओ बैठक में आये प्रतिभागियों को गंगा आरती करायी। सभी प्रतिभागियों ने वेद मंत्रों का उच्चारण और संगीत का आनन्द लिया। सभी को परमार्थ निकेतन की योगाचार्य सुश्री गंगा नन्दिनी त्रिपाठी जी ने योग और ध्यान कराया।

आईएमए इंडिया ने 15 से 17 जुलाई तक वेस्टिन में आयोजित अपने सीईओ रणनीति राउंडटेबल में परमार्थ निकेतन को आमंत्रित किया। इस सम्मेलन में 100 से अधिक प्रतिनिधि, जो भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक ने सहभाग किया जो कि 70 से अधिक अपने जीवनसाथी के साथ आये थे। उनका उद्देश्य परमार्थ निकेतन में विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में सहभाग करना भी था, लेकिन कांवड़ मेला और मानसून को देखते हुए उन्होंने वेस्टिन में गंगा आरती आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया। साथ ही स्वामी चिदानंद सरस्वती जी और साध्वी भगवती सरस्वती जी का एक विशेष लाइव स्ट्रीम के माध्यम से आशीर्वाद प्राप्त किया।  

परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अमेरीका से आनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से जुड़कर सभी प्रतिभागियों और सभी अतिथियों का दिव्य भूमि उत्तराखंड में अभिनन्दन करते हुये करते हुये कहा कि आप सभी आज जीवनदायिनी माँ गंगा की गोद और प्राणवायु देने वाले हिमालय के दिव्य क्षेत्र में बैठें हैं वास्तव में यह राज्य; यह पवित्र स्थान उत्तम स्वास्थ्य और शान्ति प्रदान करने वाला है।

यह राज्य भारत का स्विटजरलैंड भी हैं और स्पिरिचुअल लैंड भी हैं, देव भूमि है और दिव्यभूमि भी है। यहीं पर हिमालय की इन्हीं कन्दराओं से योग और आयुर्वेद का जन्म हुआ जो पूरे विश्व को न केवल स्वस्थ रहने के सूत्र बल्कि जीवन जीने के मंत्र भी दे रहा हैं। ऐसी पवित्र धरती पर आप सभी का आत्मिक अभिनन्दन है! हार्दिक स्वागत है।

हिमालय के दिव्य क्षेत्र में किया गया चिंतन विलक्षण परिणाम लेकर आयेगा। यह भारत का सौभाग्य है कि भारत के पास यशस्वी, ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिनके पास विज़न भी है और विसडम भी; जिनके पास मिशन भी है और एक्शन भी। हमने कोविड में देखा वह आश्चर्यजनक था कि इतनी बड़ी आबादी वाले राष्ट्र को उनके नेतृत्व में हमारी सरकार ने आप सभी के सहयोग से बड़ी ही उत्कृष्टता से सम्भाला, निःशुल्क टीकाकरण और दूसरे राष्ट्रों को भी वितरण अपना परिवार मानकर किया। उस समय हमने पूरे देश में सिम्पैथी; सहानुभूति और पाॅजिटिविटी; सकारात्मकता के दर्शन किये परन्तु अब सब को मिलकर हैल्थ, हैप्पीनैस और होलीनेस के लिये कार्य करना होगा। आप सभी वेस्टिन रिजाॅर्ट में आये हैं आपका स्वागत है लेकिन वेस्टिन में रहते हुये यह चितंन करने की जरूरत है कि बेस्ट क्या है? उसे कैसे भीतर ले जाये यह भी हमें ध्यान रखना है और इसके लिये मेडिटेशन और इन्ट्रोस्पेक्शन पर आपको ध्यान और आत्मनिरिक्षण करने की जरूरत है। आप सब हिमालय में आये हैं यहां से हिमालय को अपने हृदय में लेकर जाये अर्थात् यहां की शान्ति अपने साथ लेकर जाये।

साध्वी भगवती सरस्वती जी ने पर्सनल हैल्थ के साथ पर्यावरण हैल्थ का भी ध्यान रखने का संदेश देते हुये हॉलीवुड से हिमालय तक की अपनी यात्रा साझा की। उन्होंने साझा किया, “पश्चिम में मैंने देखा कि हर किसी के पास सब कुछ था। भौतिक दृष्टि से वे बहुत समृद्ध है लेकिन उनके पास शांति और खुशी का अभाव है ऐसा लग रहा था मानों सबकुछ पा लिया हो परन्तु सुख-शांति हमेशा एक कदम दूर ही होती है लेकिन जब मैं भारत में माँ गंगा के तट पर आयी तो मुझे एहसास हुआ कि यहां पर भौतिक समृद्धि तो कम है परन्तु मन की शान्ति है, संतोष है। मुझे यहां इस पवित्र संस्कृति में शांति और खुशी की अनुभूति प्राप्त हुयी जो मुझे पश्चिम में नहीं मिली इसलिए जब आप यहां हैं तो कृपया इन पवित्र हिमालय से उस ज्ञान को ग्रहण करें और उसे अपने साथ लेकर वापस जाएं।

गंगा नंदिनी ने परमार्थ निकेतन की समृद्ध योग परंपरा का प्रतिनिधित्व किया और सीईओ के जीवनसाथियों के साथ एक इंटरैक्टिव और आकर्षक सत्र के साथ योग और आध्यात्मिकता के वास्तविक अर्थ की जानकारी प्रदान की और उन्हें स्वस्थ और अधिक संतुलित जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित किया।

सभी लोग इस अनुभव से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने जल्द ही परमार्थ निकेतन आने की जिज्ञासा व्यक्त की। आईएमए टीम अपने रिट्रीट को हिमालय का सच्चा अनुभव प्रदान कराने के लिये परमार्थ निकेतन के योगदान के लिए भी बहुत आभार व्यक्त किया।

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