कानूनी सलाह जानिए आयकर विषय में युवा अधिवक्ता मि तुल गर्ग के संग÷ जनपद (हरिद्वार ) उत्तराखंड
आयकर क्या है?
जैसा की ऊपर किये गये विवेचन से ही स्पष्ट हो जाता है कि आयकर आय पर लगाया जाता है, न कि प्राप्तियों पर। आयकर दो शब्दों के सहयोग से बना है– “आय” एवं “कर” अर्थात आय पर लगने वाला एक वार्षिक कर है। यह प्रत्येक वर्ष मे करदाता द्वारा वर्षभर मे कमाई गई कर-योग्य आय पर निर्धारित दरों पर केन्द्रीय सरकार द्वारा लगाया जाता है। कर-योग्य आय का निर्धारण आयकर अधिनियम के अनुसार किया जाता है।
1. आयकर एक प्रत्यक्ष कर है।
2. आयकर एक केन्द्रीय कर है।
3. आयकर गत बर्ष की शुद्ध करयोग्य आय पर लगाया जाता है।
7. आयकर का भुगतान चालू कर-निर्धारण वर्ष मे किया जाता है।
8. आयकर की दृष्टि से आय को विभिन्न खण्डों मे बाँटा जाता है।
9. कर-मुक्त सीमा
यदि आय निर्धारित राशि से अधिक होती है तो आयकर लगता है। कर-मुक्त सीमा तक की आय पर कर नही लगता है। कर-निर्धारण वर्ष 2021-22 के लिए कर-मुक्त सीमा निम्न है–
(अ) व्यक्ति (महिला-पुरूष) 60 वर्ष की आयु तक, हिन्दू अविभाजित परिवार, व्यक्तियों का संघ, व्यक्तियों का समूह
– 2,50,000 रूपये।
(ब) सीनियर सिटीजन आयकर दाता- आयु 60 से 80 वर्ष तक है- 3,00,000 रूपये।
(स) सुपर सीनियर सिटीजन आयकर दाता- आयु 80 वर्ष से अधिक है- 5,00,000 रूपये।
(द) फर्म, कंपनी, स्थानीय सत्ता- शुन्य।
10.आयकर लगाने एवं वसूल करने का कार्य आयकर विभाग द्वारा किया जाता है। यह विभाग प्रत्यक्ष करों के केन्द्रीय बोर्ड के नियंत्रण मे कार्य करता है।
अधिवक्ता मितुल गर्ग
जगजीतपुर, कनखल, हरिद्वार
9997007248