• November 22, 2024

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कोविड-19 की तीसरी लहर को जागरूकता से रोके डॉक्टर सतीश पिंगल

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अर्चित अग्रवाल

उत्तराखंड( देहरादून )राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई राजकीय इंटर कॉलेज छरबा देहरादून द्वारा गूगल मीट पर आयोजित ऑनलाइन “कोविड-19 की तीसरी लहर, डेंगू एवं मलेरिया जागरूकता कार्यक्रम” में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ सतीश पिंगल ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर को हम जागरूकता अभियान चलाकर रोक सकते हैं। उसके प्रभाव को कम कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि भारत के नीति आयोग द्वारा जानकारी दी गई है कि तीसरी लहर में यदि 100 लोग प्रभावित होते हैं, तो उनमें से 23 लोगों को चिकित्सालय में भर्ती करना पड़ सकता है। सरकार द्वारा वैक्सीनेशन का कार्य लगातार करवाया जा रहा है। जिससे इस महामारी को रोकने में काफी सफलता मिली है। इसके साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हुए हम रोजाना योग और शारीरिक व्यायाम को अपनी दिनचर्या में स्थान दें।

स्वयंसेवक मन की विकृति को भी साफ करता है – डॉ एम एस मीणा

जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से ई टी आई के कोआर्डिनेटर डॉ एम एस मीणा ने कहा कि एन एस एस स्वयंसेवक मुख्य रूप से समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य करते हैं। स्वास्थ्य जागरूकता, स्वच्छता, रक्तदान, नशा मुक्ति आदि के साथ ही समाज में व्याप्त विभिन्न बुराइयों कुछ दूर करते हुए मनुष्य के मन में गलत विचारों को भी सही दिशा में बदलने का कार्य स्वयंसेवकों का है। महात्मा गांधी और स्वामी विवेकानंद ने इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की है।

स्वयंसेवक छात्र छात्राएं ही हमारे सबसे अच्छे संदेशवाहक हैं -प्रधानाचार्य रामबाबू विमल

गूगल मीट का उद्घाटन करते हुए स्वागत संबोधन में प्रधानाचार्य रामबाबू विमल ने कहा कि हम बच्चों के माध्यम से ही समाज में बड़े स्तर पर जागरूकता फैला सकते हैं और यह बच्चे ही हमारे सबसे अच्छे संदेशवाहक होते हैं यही हमारे देश का भविष्य है। इन्हीं के माध्यम से जागरूकता फैलाकर हम तीसरी लहर से भी विजय प्राप्त करेंगे।

स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की ऑनलाइन बैठक का संचालन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी जितेंद्र सिंह बुटोइया ने सभी स्वयंसेवकों व कार्यक्रम अधिकारियों का आभार ज्ञापित किया। डेंगू व मलेरिया के बारे में जागरूक किया और कहा कि स्वच्छता के साथ ही अपने आसपास पानी इकट्ठा ना होने दें। मच्छर पैदा ना होने दें। यदि तेज बुखार, सिर दर्द, पीठ दर्द, आंखों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, मसूड़ों व नाक से खून बहना या सूजन आने की शिकायत हो तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

गूगल मीट में भरत कुमार, धन सिंह गरिया, मनोज कुमार गुप्ता, संतोष कुमार स्वर्णकार, ललित चतुर्वेदी, महेश कुमार ओझा, निखिल कुमार, आयशा परवीन, निधि लखरवाल, अशोक कुमार पाल, शिवलाल रडवाल, आशा पांडे, हरीश सैनी सहित दर्जनों स्वयंसेवक एवं कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।

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