साध्वी जी का जीवन ही यज्ञ है ÷ स्वामी चिदानन्द सरस्वती
कमल अग्रवाल (हरिद्वार )उत्तराखंड
ऋषिकेश, (14 मार्च2023) ÷ आज साध्वी भगवती सरस्वती जी का जन्मदिवस विश्व योगी परिवार ने मिलकर बड़ी ही सात्विकता, शुचिता और पवित्रता के साथ विश्व शान्ति यज्ञ में आहुतियाँ समर्पित कर मनाया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि साध्वी जी का पूरा जीवन ही यज्ञ हैं। उन्होंने पीड़ित मानवता और पर्यावरण संरक्षण के लिये अपने आप को समर्पित कर दिया।
डा साध्वी भगवती सरस्वती जी, हाॅलीवुड, कैलिफोर्निया के एक अमेरिकी परिवार से है। वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर पीएचडी कर रही थी तभी वे वर्ष 1996 में भारत यात्रा पर आयी और वे पवित्र हिमालय की वादियों में स्थित आध्यात्मिक नगरी ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम में पहुंची। वहां की अद्भुत, दिव्य छटा देखकर और माँ गंगा के दर्शन करके उनके मन में भारत में रहने का विचार उत्पन्न हुआ। बस, मन बदला तो जग बदला और उन्होेने प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू परम पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के मार्गदर्शन एवं सानिध्य में वर्ष 2000 में सन्यास ग्रहण किया।
साध्वीजी ’डिवाइन शक्ति फाउण्डेशन’ की अध्यक्ष हैं। यह संगठन महिलाओं के सशक्तिकरण एवं बच्चों की शिक्षा को समर्पित है, जो निःशुल्क स्कूल, व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्र और सशक्तिकरण कार्यक्रम चलाता है। साथ ही साध्वी जी ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव भी हैं और अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की निदेशक है।
साध्वी जी आध्यात्मिक, योग, प्राणायाम, ध्यान एवं जीवन जीने के विषयों पर सारगर्भित उद्बोधन देती हैं। वे बड़े-बड़े मंचों पर व्यवसाय, विज्ञान, आध्यात्मिकता, सतत विकास, जीवन में सुख और शान्ति जैसे विभिन्न विषयों से जनसमुदाय का मार्गदर्शन कर रही हैं। वह संयुक्त राष्ट्र संघ, विश्व धर्म संसद, कई अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों और शिखर सम्मेलनों में भी विशिष्ट स्पीकर के रूप में रही हैं। उनका ज्ञान पश्चिम के ज्ञान-विज्ञान और तर्क के साथ पूरब की आध्यात्मिकता का मिश्रण है जो दो संस्कृतियों के मध्य आध्यात्मिक पुल के रूप मंे प्रसिद्ध है।
वे महाग्रन्थ हिन्दू धर्म विश्वकोश की प्रबंध संपादक रही हंै। हाल ही में साध्वी भगवती सरस्वती जी द्वारा परमार्थ निकेतन माँ गंगा के तट पर दिये गये उद्बोधनों को संकलित कर प्रतिष्ठित प्रकाशक पेंग्विन प्रकाशन द्वारा ’’कम होम टू योर सेल्फ’’ पुस्तक का प्रकाशन किया है इसमें जीवन की समस्याओं का सहज समाधान सुझाया गया है।
‘हॉलीवुड टू द हिमालय’ ए जर्नी ऑफ हीलिंग एंड ट्रांसफॉर्मेशन साध्वी जी की बेस्टसेलर पुस्तक है। जिसमें साध्वी जी ने उल्लेख किया है कि कैसे पच्चीस वर्ष पहले, उनका जीवन अप्रत्याशित तरीके से बदल गया था। उन्होंने एक बैकपैक के साथ भारत की यात्रा की, और पवित्र माँ गंगा के पावन तट पर परमात्मा का अनुभव किया। विश्वास और ईश्वर से जुड़ाव उनके जीवन की वह शक्ति बन गया जिसने उन्हें व्यक्तिगत पीड़ा से मुक्त कर दिया और इस विकास यात्रा में वे एक धार्मिक लीडर के रूप में सार्थक और सकारात्मक अंतर्राष्ट्रीय कार्य करने हेतु आगे बढ़ती रही। वैश्विक शांति के लिए कार्य करना और पोषण करना, विश्व स्तर पर स्वास्थ्य, जल, स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करना। साथ ही महिलाओं और लड़कियों के स्वच्छता संबंधी अधिकार को बढ़ाना और उनका सशक्तिकरण यही जीवन का उद्देश्य हो गया।
डाॅ साध्वी भगवती सरस्वती जी कहती है कि भारतीय संस्कृति, माँ गंगा और पूज्य स्वामी जी के आशीर्वाद ने उनके पूरे जीवन को बदल दिया। “हॉलीवुड में सभी अवसरों और सभी विशेषाधिकारों के साथ पली-बढ़ी, मेरे पास सब कुछ था परन्तु जो नहीं था वह है आस्था एवं भगवान से संबंध। माँ गंगा के तट पर ईश्वर के साथ एकता के अप्रत्याशित अनुभव मुझे हुये। मैंने महसूस किया कि मैं ब्रह्मांड की पवित्र पूर्णता का हिस्सा हूँ और मैं सभी के साथ हूँ, एक हूँ। उस जागृति और विश्वास ने मेरे जीवन को बदल दिया। अब, मुझे धर्म की शक्ति को अन्य लोगों के साथ साझा करने और महिला सशक्तिकरण और समानता से लेकर पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण के लिये सेवा कार्य करने का सौभाग्य मिला है।
आज वैश्विक योगी परिवार ने मिलकर साध्वी जी का जन्मदिवस मनाया। सभी ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया कि कैसे साध्वी जी ने अपने ज्ञान, स्पर्श और प्रेम से उनका जीवन बदल दिया।