• April 19, 2024

डा साध्वी भगवती सरस्वती जी को ‘‘प्रेरणादायक महिलाओं की अनकही कहानियाँ’’ इस आकर्षक सत्र में अपने उत्कृष्ट विचार साझा करने हेतु सौहार्दपूर्वक किया आमंत्रित

 डा साध्वी भगवती सरस्वती जी को ‘‘प्रेरणादायक महिलाओं की अनकही कहानियाँ’’ इस आकर्षक सत्र में अपने उत्कृष्ट विचार साझा करने हेतु सौहार्दपूर्वक किया आमंत्रित
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कमल अग्रवाल (हरिद्वार) उत्तराखंड

ऋषिकेश, (03 मार्च 2023) ÷ डिवाइन शक्ति फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी भगवती सरस्वती जी को एफएलओ, फिक्की महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष, तथा सलाहकार, डालमिया ब्रदर्स प्राइवेट लिमिटेड जयंती डालमिया द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘अनकही कहानियाँ’’ के आकर्षक सत्र में साध्वी जी के जीवन में हुये ट्रंासफाॅर्मेशन को सभी के साथ साझा करने हेतु सौहार्दपूर्वक आमंत्रित किया।
एफएलओ गवर्निग बाॅडी मेंबर, रूचिका गुप्ता जी ने कहा साध्वी भगवती सरस्वती जी, धर्म और आस्था की शक्ति के आधार पर अपने जीवन मंे विलक्षण परिवर्तन करने के साथ ही समुदायों और पूरी दुनिया को बेहतर बनाने और सकारात्मक बदलाव लाने के लिये अद्भुत कार्य कर रही है। हम इस प्लेटफाॅम के माध्यम से उनकी अनकही कहानी सभी तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

अमेरिकी मूल की साध्वी भगवती सरस्वती ने पच्चीस वर्ष पहले, अपने जीवन में अप्रत्याशित बदलाव किये। उन्होंने एक बैग के साथ भारत की यात्रा की और माँ गंगा के पावन तट पर परमात्मा का अनुभव किया। भारतीय संस्कृति, आस्था की शक्ति और ईश्वर से जुड़ाव उनके जीवन की वह शक्ति बन गयी जिसके माध्यम से वे इस विकास यात्रा पर चलते हुये वे आज एक धार्मिक लीडर, अन्तर्राष्ट्रीय मोटिवेश्नल स्पीकर और एक सकारात्मक परिवर्तन कर्ता के रूप में कार्य कर रही हैं।

साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि मैंने देखा है कि कैसे भारतीय संस्कृति समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के साथ ही सभी को एकजुट करने का कार्य भी करती हैं। भारत आकर मैने जाना कि दूसरों की मदद करने के साथ ही उनके आन्तरिक दुःखों को दूर करने के लिए कैसे स्वयं को समर्पित करे। भारत आकर मैने अपने चिंतन और जीने के तरीके को बदलते देखा, आस्था और प्रभु में विश्वास की शक्ति ने मेरे पूरे जीवन को बदल दिया है।

मैं “हॉलीवुड में सभी सुविधाओं और विशेषाधिकारों के साथ पली-बढ़ी, मेरे पास सब कुछ था परन्तु जो नहीं था वह है मेरा भगवान से संबंध। अनेक बार माँ गंगा के तट पर ईश्वर के साथ एकात्म का अप्रत्याशित अनुभव मुझे हुआ। मैंने महसूस किया कि मैं ब्रह्मांड की पवित्र पूर्णता का हिस्सा हूँ। उस जागृति और विश्वास ने मेरे जीवन को बदल दिया। भारतीय संस्कृति की इस अद्भुत शक्ति को सभी के साथ इस दिव्य मंच से साझा करना चाहती हूँ। मुझे इस शक्ति के माध्यम से वैश्विक स्तर पर महिला सशक्तिकरण और समानता से लेकर पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण के लिये सेवा कार्य करने का सौभाग्य मिला है।

साध्वी भगवती सरस्वती जी ने जयंती डालमिया जी, रूचिका गुप्ता जी, एफएलओ संगठन, फिक्की महिला संगठन, पूरे डालमिया परिवार और सभी का आभार व्यक्त किया।

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